INS Taragiri: चौथा नीलगिरी वर्ग (Project 17A) स्टेल्थ फ्रिगेट नौसेना को सौंपा गया | भारत की समुद्री ताकत को नया आयाम
मुंबई, 28 नवंबर 2025: भारतीय नौसेना ने आज आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक और ऐतिहासिक कदम बढ़ाया। मज़गांव डॉक शिपबिल्डर्स लिमिटेड (MDL) द्वारा निर्मित चौथा नीलगिरी वर्ग (Project 17A) का स्वदेशी स्टेल्थ फ्रिगेट ‘INS तारागिरी’ को भारतीय नौसेना को औपचारिक रूप से सौंपा गया। यह अत्याधुनिक युद्धपोत भारत की समुद्री रक्षा को नई तकनीकी ताकत प्रदान करेगा।
- 🚢 INS तारागिरी — स्वदेशी तकनीक का उत्कृष्ट उदाहरण
- 🛠️ निर्माण और डिजाइन — पूरी तरह भारतीय क्षमता से
- ⚙️ तकनीकी विशेषताएँ (Key Specifications)
- 🛰️ आधुनिक हथियार और सेंसर सिस्टम
- 🇮🇳 आत्मनिर्भर भारत की दिशा में बड़ा कदम
- ⚓ Project 17A — भारत का उन्नत फ्रिगेट प्रोजेक्ट
- 🗣️ नौसेना प्रमुख का बयान
- 🌊 रणनीतिक महत्व
- 🎯 निष्कर्ष — भारत की समुद्री शक्ति का नया अध्याय
- INS Taragiri – ताज़ा अपडेट
- सवाल–जवाब
- 🚢 INS तारागिरी — स्वदेशी तकनीक का उत्कृष्ट उदाहरण
- 🛠️ निर्माण और डिजाइन — पूरी तरह भारतीय क्षमता से
- ⚙️ तकनीकी विशेषताएँ (Key Specifications)
- 🛰️ आधुनिक हथियार और सेंसर सिस्टम
- 🇮🇳 आत्मनिर्भर भारत की दिशा में बड़ा कदम
- ⚓ Project 17A — भारत का उन्नत फ्रिगेट प्रोजेक्ट
- 🗣️ नौसेना प्रमुख का बयान
- 🌊 रणनीतिक महत्व
- 🎯 निष्कर्ष — भारत की समुद्री शक्ति का नया अध्याय
- INS Taragiri – ताज़ा अपडेट
- सवाल–जवाब
- 🚢 INS तारागिरी — स्वदेशी तकनीक का उत्कृष्ट उदाहरण
- 🛠️ निर्माण और डिजाइन — पूरी तरह भारतीय क्षमता से
- ⚙️ तकनीकी विशेषताएँ (Key Specifications)
- 🛰️ आधुनिक हथियार और सेंसर सिस्टम
- 🇮🇳 आत्मनिर्भर भारत की दिशा में बड़ा कदम
- ⚓ Project 17A — भारत का उन्नत फ्रिगेट प्रोजेक्ट
- 🗣️ नौसेना प्रमुख का बयान
- 🌊 रणनीतिक महत्व
- 🎯 निष्कर्ष — भारत की समुद्री शक्ति का नया अध्याय
- INS Taragiri – ताज़ा अपडेट
- सवाल–जवाब
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- 🛠️ निर्माण और डिजाइन — पूरी तरह भारतीय क्षमता से
- ⚙️ तकनीकी विशेषताएँ (Key Specifications)
- 🛰️ आधुनिक हथियार और सेंसर सिस्टम
- 🇮🇳 आत्मनिर्भर भारत की दिशा में बड़ा कदम
- ⚓ Project 17A — भारत का उन्नत फ्रिगेट प्रोजेक्ट
- 🗣️ नौसेना प्रमुख का बयान
- 🌊 रणनीतिक महत्व
- 🎯 निष्कर्ष — भारत की समुद्री शक्ति का नया अध्याय
- INS Taragiri – ताज़ा अपडेट
🚢 INS तारागिरी — स्वदेशी तकनीक का उत्कृष्ट उदाहरण
INS Taragiri को भारतीय नौसेना के “Make in India” मिशन के तहत तैयार किया गया है। इसमें उन्नत स्टेल्थ फीचर्स, अत्याधुनिक सेंसर, मिसाइल सिस्टम और बेहतर सर्विलांस तकनीक शामिल हैं। यह न केवल सतही खतरों से बल्कि हवा और पनडुब्बी हमलों से भी मुकाबला करने में सक्षम है। यह जहाज भारतीय नौसेना के Blue Water Force बनने के विज़न की दिशा में एक और कदम है।
🛠️ निर्माण और डिजाइन — पूरी तरह भारतीय क्षमता से
INS Taragiri को भारत की प्रतिष्ठित मज़गांव डॉक शिपबिल्डर्स लिमिटेड (MDL) ने डिजाइन और निर्मित किया है। यह युद्धपोत भारतीय नौसेना के डिजाइन ब्यूरो द्वारा विकसित “नीलगिरी वर्ग” डिज़ाइन पर आधारित है, जो पहले के शिवालिक वर्ग फ्रिगेट्स का उन्नत संस्करण है। इसमें स्टेल्थ तकनीक का उपयोग किया गया है ताकि यह दुश्मन की रडार निगरानी से बच सके।
⚙️ तकनीकी विशेषताएँ (Key Specifications)
- लंबाई: लगभग 149 मीटर
- चौड़ाई: 17.8 मीटर
- डिस्प्लेसमेंट: लगभग 6,700 टन
- गति: 28 नॉट (52 किमी/घंटा) तक
- रेंज: 5,500 नौटिकल मील तक
- क्रू क्षमता: 250 कर्मी
- सशस्त्र: सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइलें (SAMs), टॉरपीडो, एंटी-शिप मिसाइलें और 76mm गन
- हेलीकॉप्टर: दो मल्टी-रोल हेलीकॉप्टरों की सुविधा
🛰️ आधुनिक हथियार और सेंसर सिस्टम
INS Taragiri में अत्याधुनिक रडार और सेंसर सिस्टम लगाया गया है जो इसे 360° सर्विलांस क्षमता देता है। इसमें “BARAK 8 Surface-to-Air Missile System” और BrahMos Supersonic Missile शामिल हैं, जो इसे एक शक्तिशाली मल्टी-रोल फ्रिगेट बनाते हैं। साथ ही, इसमें Electronic Warfare Suite और Integrated Platform Management System (IPMS) भी लगाया गया है।
🇮🇳 आत्मनिर्भर भारत की दिशा में बड़ा कदम
INS Taragiri का निर्माण भारत के रक्षा उत्पादन में आत्मनिर्भरता (Atmanirbhar Bharat) का सशक्त उदाहरण है। इस प्रोजेक्ट में 75% से अधिक उपकरण और सिस्टम भारतीय निर्माताओं से लिए गए हैं। यह न केवल नौसेना की क्षमता बढ़ाता है, बल्कि भारत की तकनीकी शक्ति और रक्षा उद्योग की मजबूती को भी प्रदर्शित करता है।
⚓ Project 17A — भारत का उन्नत फ्रिगेट प्रोजेक्ट
Project 17A के तहत भारतीय नौसेना के लिए कुल 7 अत्याधुनिक स्टेल्थ फ्रिगेट बनाए जा रहे हैं। इनमें से चार मज़गांव डॉक (MDL) और तीन गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स (GRSE), कोलकाता द्वारा बनाए जा रहे हैं। इस श्रृंखला में पहले तीन जहाज — INS Nilgiri, INS Himgiri और INS Udaygiri पहले ही लॉन्च हो चुके हैं, जबकि INS Taragiri चौथा है जिसे अब नौसेना में शामिल किया गया है।
🗣️ नौसेना प्रमुख का बयान
“INS Taragiri हमारे देश की तकनीकी क्षमता और स्वदेशी डिजाइन की सफलता का प्रतीक है। यह न केवल भारतीय नौसेना की शक्ति को बढ़ाएगा बल्कि हमारे स्वावलंबी रक्षा मिशन को भी गति देगा।” — एडमिरल डी. के. त्रिपाठी, नौसेना प्रमुख
🌊 रणनीतिक महत्व
INS Taragiri हिंद महासागर क्षेत्र (Indian Ocean Region) में भारत की समुद्री निगरानी, पनडुब्बी रोधी अभियान और रक्षा प्रतिक्रिया क्षमता को नई ऊँचाइयाँ देगा। यह युद्धपोत भारतीय नौसेना के मिशन “Security and Growth for All in the Region (SAGAR)” को मजबूती प्रदान करेगा।
🎯 निष्कर्ष — भारत की समुद्री शक्ति का नया अध्याय
INS Taragiri का नौसेना में शामिल होना भारत के समुद्री इतिहास में एक और स्वर्णिम अध्याय जोड़ता है। यह जहाज न केवल तकनीकी दृष्टि से उन्नत है बल्कि “Make in India” अभियान की सफलता का जीवंत प्रतीक भी है। इसकी तैनाती से भारतीय नौसेना की आत्मनिर्भरता, दक्षता और रणनीतिक क्षमता को एक नया आयाम मिलेगा।
👉 Source: PIB – INS Taragiri Handed Over to Indian Navy 🔗 NeoYojana – Defence & Technology Updates [ad_2]INS Taragiri – ताज़ा अपडेट
संक्षेप में: INS Taragiri से जुड़े महत्वपूर्ण बिंदु ऊपर दिए गए हैं।
सवाल–जवाब
इस खबर का मुख्य मुद्दा क्या है?
यह लेख INS Taragiri विषय पर नवीनतम और तथ्यात्मक अपडेट प्रस्तुत करता है।
अगला आधिकारिक अपडेट कब मिलेगा?
जैसे ही आधिकारिक सूचना आएगी, यह लेख अपडेट किया जाएगा।
संक्षेप में: INS Taragiri से जुड़े महत्वपूर्ण बिंदु ऊपर दिए गए हैं।
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